सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरविंद केजरीवाल को ज़मानत दिए जाने पर भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कट्टर बेईमान, आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को फिर से आइना दिखाया है। जो आदेश पारित हुआ है, उसमें भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल को सशर्त जमानत मिली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरविंद केजरीवाल को ज़मानत दिए जाने पर भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि सशर्त बेल पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है है कि अन्य आरोपियों के जमानत आदेश की शर्तें अरविंद केजरीवाल पर भी लागू होंगी। अरविंद केजरीवाल का पासपोर्ट कोर्ट में रहेगा। वह विदेश यात्रा पर नहीं जा सकते हैं। अरविंद केजरीवाल को हर सोमवार और गुरुवार को जांच अधिकारी के सामने पेश होना पड़ेगा। वह गवाहों को डरा नहीं सकते और साक्ष्य को नष्ट नहीं कर सकते।
भाटिया ने आगे इस बात पर जोर दिया कि केजरीवाल को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, उनका तर्क है कि मुख्यमंत्री का पद पर बने रहना भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करता है। कोर्ट में उनकी दलील थी कि उनकी गिरफ्तारी अवैध है। सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा है कि अपीलकर्ता की गिरफ्तारी किसी भी अवैधता से ग्रस्त नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के दुष्प्रचार का भंडाफोड़ किया। अरविंद केजरीवाल को किसी भी अदालत से कभी राहत नहीं मिली और न ही कोई आरोप रद्द कर दिया गया है।भाटिया ने कहा कि आप को जवाब देना होगा कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा की जीरो टॉलरेंस है। भ्रष्ट अरविंद केजरीवाल एक दिन झुकेंगे और लोग उनसे इस्तीफा लेंगे।
दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल से पद छोड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि हम आग्रह करते हैं कि यदि उनमें कोई नैतिकता बची है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। अरविंद केजरीवाल और आप के पास कोई नैतिक चरित्र नहीं है। वे बहुत दूर हैं। सचदेवा ने आगे कहा कि आज अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी गई है। मैं कहना चाहूंगा कि आप जमानती क्लब’ बन गई है और वहां अरविंद केजरीवाल का स्वागत है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत गंभीर टिप्पणी की है, उसने कहा है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कानूनी थी। सचदेवा ने कहा है की केजरीवाल को सशर्त जमानत मिलना कोई विशेष उपलब्धि नही है, मुकदमा चलेगा और उन्हे शीघ्र लम्बी सज़ा होगी। केजरीवाल याद रखें वह अब लालू यादव, मधु कोड़ा जैसे मुख्यमंत्रियों की सूची में जुड़ गये हैं और उन्हे भी जमानत मिली थी और वह शीघ्र सज़ा पा कर फिर जेल जायेंगे। जिन शर्तों पर अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली है उनके चलते — केजरीवाल को जमानत बेशक मिली हो पर उन्हे अब मुख्य मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नही है। जब वह मुख्य मंत्री का काम नही कर सकेंगे तो वो मुख्य मंत्री क्यों — अगर वो सच्चे हैं तो यह शर्त क्यों — इस्तीफा दें ?