देश के अधिकतर राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में पिछले 2 दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। राज्यों के अलग-अलग जिलों से जलभराव की कई तस्वीरें सामने आई हैं। लगातार हो रही इस भारी बारिश की मार किसानों पर भी पड़ रही है। इस दौरान खेतों में लगी हुई खरीफ की फसलें मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उड़द बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फसलों के नुकसान का आकलन करके प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार हो रही बारिश से हो रहे नुकसान को देखते हुए राज्य में प्रभावित जिलों के अधिकारियों को राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को आपदा से प्रभावित लोगों को तुरंत राहत राशि देने को कहा है। जलभराव की स्थिति में जलनिकासी का तुरंत प्रबंध करने के आदेश दिए गए हैं। इसके आलावा सीएम ने अधिकारियों को नदियों के जलस्तर की निगरानी रखने को कहा है।
बताया जा रहा है कि अगस्त महीने में बारिश ना होने के कारण किसान काफी परेशान थे। उनकी खरीफ की फसल अब सूखने लगी थी। जिसमें धान की फसल को ज्यादा नुकसान हो रहा था। अब हो रही लगातार बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई है क्योंकि किसान काफी लंबे समय से बारिश के आने का इंतजार कर रहे थे। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, दलहनी और धान की फसलों के लिए यह बारिश वरदान है। इससे इन फसलों के विकास में काफी सहायता मिलेगी।
आशंका जताई जा रही है कि भारी बारिश के चलते सोयाबीन, कपास, प्याज और उड़द की फसलों को नुकसान पहुंचेगा। इसके अलावा जिन इलाकों में गन्ने की फसल लगी हुई है, वहां भी बारिश से किसानों को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है। हालांकि लगातार हो रही भारी बारिश और हवा के चलते खेत में ही गन्ने की फसल गिरने लगेगी। आपको बता दें कि यूपी गन्ना उत्पादन के मामले में अव्वल माना जाता है। लेकिन अगर मौसम ऐसा ही रहा तो गन्ने की खेती करने वाले किसानों के सामने जीवनयापन तक का भी संकट आ सकता है।