कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक दो दिन पहले बुधवार को पीएम-किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी करने पर सवाल उठाए और आश्चर्य जताया कि क्या यह ‘‘जानबूझकर’’ किया गया है। विधानसभा चुनावों के लिए मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को जहां पहले चरण का, वहीं पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में सात नवंबर को वोट पड़े थे।
कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखना और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम-किसान सम्मान निधि की छठी किस्त एक अगस्त 2020 को, जबकि नौवीं किस्त नौ अगस्त 2021 को जारी की गई थी।
उन्होंने कहा कि 12वीं किस्त पिछले साल 17 अक्टूबर को जारी की गई थी।
रमेश ने कहा, ‘पीएम-किसान के तहत 15वीं किस्त आज यानी 15 नवंबर 2023 को जारी की जा रही है। अब जबकि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अगले दो दिन में, राजस्थान में 10 दिन में और तेलंगाना में 15 दिन में चुनाव होने वाले हैं, तो 15वीं किस्त आज जारी की जा रही है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या यह देरी जानबूझकर नहीं की गई है?’’