केंद्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस सनातन व राष्ट्र विरोधी हैं और उन्होंने हमेशा सनातन तथा हिंदुत्व को कमजोर करने का काम किया। स्मृति ईरानी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र के जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र के गोसाईं, डोमाडीह, थौरी, रानीगंज में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने हमेशा सनातन और हिंदुओं को कमजोर करने का काम किया है।
ईरानी ने कहा, ” ये (कांग्रेस और राहुल) हिंदुत्व का विरोध करते-करते प्रभु रामज का भी विरोध कर बैठे। इन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता भी ठुकरा दिया, इसलिए जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।” उन्होंने कहा, ”ये लोग सनातन विरोधी ही नहीं राष्ट्र विरोधी भी हैं। राहुल हों या प्रियंका या फिर कांग्रेस, सभी ने अपनी पार्टी का उम्मीदवार उस व्यक्ति को बनाया, जिसने भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की बात कही।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अमेठी में विकास कार्यों का दावा करते हुए स्मृति ने यह आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने अमेठी के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। भाजपा ने ईरानी को अमेठी से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है। स्मृति ईरानी ने 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पराजित किया था। कांग्रेस ने अमेठी लोकसभा क्षेत्र से अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। अमेठी में पांचवें चरण के अंतर्गत 20 मई को मतदान होगा।
अमेठी में एक सभा में स्मृति ईरानी ने राहुल के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा पर कहा, “जीजा जी की नज़र सीट पर है, साले साहब (राहुल गांधी) क्या करेंगे…? एक समय था, जब बसों में सफ़र करने वाले लोग अपनी सीट पर निशानी लगाने के लिए अपना रूमाल छोड़ दिया करते थे, ताकि उस पर कोई न बैठे… राहुल गांधी भी रूमाल से अपनी सीट पर निशान लगाने आएंगे, क्योंकि उनके जीजा जी की नज़र इस सीट पर है…”