कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में भाजपा एमएलसी और विधान परिषद में विपक्ष के मुख्य सचेतक एन रविकुमार द्वारा जिला कलेक्टर फौजिया तरन्नुम पर की गई भड़काऊ टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया है। रविकुमार ने कथित तौर पर कहा था, “मुझे नहीं पता कि डीसी पाकिस्तान से आई हैं या यहां की कोई आईएएस अधिकारी हैं।” यह टिप्पणी चित्तपुर में हाल ही में हुई एक घटना से संबंधित चल रहे तनाव के बीच आई है। डिप्टी कमिश्नर फौज़िया तरन्नुम के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए मुख्य सचेतक और भाजपा एमएलसी एन रवि कुमार के खिलाफ कलबुर्गी के स्टेशन बाजार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी एमएलसी रवि कुमार ने जो कुछ भी कहा वह उचित नहीं है। यह दुश्मनी पैदा करने वाला बयान है। उन्हें (कलबुर्गी डीसी फौज़िया तरन्नुम) कुछ नहीं होगा, लेकिन यह समाज में दुश्मनी पैदा करने के लिए है। उनके खिलाफ़ पुलिस शिकायत और एफआईआर दर्ज की जाएगी। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारी और अन्य लोग आज सुबह मुझसे मिले। वे सभी हैरान हैं। वह (फौजिया तरन्नुम) बहुत साफ-सुथरी अधिकारी हैं। यह एक महिला अधिकारी के प्रति उनका सम्मान है। सरकार कार्रवाई करेगी और मैं भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्रियों से स्पष्टीकरण मांगता हूं।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने रविकुमार की टिप्पणी की निंदा की और इसे “बेहद अप्रिय” बताया। उन्होंने कहा, “देश भर के भाजपा नेताओं और उनके भाषणों को देखिए, यह एक बेहद परेशान करने वाली मानसिकता को दर्शाता है। एक सम्मानित अधिकारी के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना अस्वीकार्य है।” उन्होंने आगे कहा, “जो लोग अपने ही साथी नागरिकों के बारे में इस तरह की बातें करते हैं, क्या हम उन्हें असली भारतीय कह सकते हैं? वह खुद असामाजिक हैं।” कांग्रेस नेता और राज्य मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने भाजपा पर अनावश्यक रूप से तनाव बढ़ाने और प्रशासन का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। पाटिल ने कहा, “यह माहौल को भड़काने और सांप्रदायिक बनाने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है। अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले एक अधिकारी के खिलाफ इस तरह के बयान अस्वीकार्य हैं।”