भाजपा के 45वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर कमलनाथ के करीबी नेता दीपक सक्सेना अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार रात भाजपा का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीपक सक्सेना को भाजपा मुख्यालय में भाजपा का पटका पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। कई गाडिय़ों का काफिला लेकर भोपाल पहुंचे दीपक सक्सेना के समर्थकों का जमावड़ा बीजेपी मुख्यालय में देर रात तक लगा रहा। इस दौरान दीपक सक्सेना ने कहा कि मेरे बेटे ने भाजपा ज्वाइन कर ली है और मैं कांग्रेस में था। पर मैंने सोचा की एक घर में दोहरी नीति नहीं चलेगी इसलिए मैंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ का सिपाही रहा हूं। जिंदगी भर उनका सम्मान करूंगा, पर नकुलनाथ के नक्शे में फिट नहीं हूं।
दीपक सक्सेना को भाजपा ज्वाइन करने के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दीपक जहां जलता है अंधेरा वहां हटता है। लोकतंत्र को अपमानित करने का काम छिंदवाड़ा में हुआ है। इन्होंने मौके पर अपनी सीट छोड़ दी, लेकिन उन्होंने मौका आने पर अपने बेटे को सीट दे दी। ऐसे उल्टे काम करने वालों को सीधा करना मोदी जी को आता है।
दीपक सक्सेना का शुक्रवार शाम पार्टी मुख्यालय में सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्वागत किया। सीएम बोले शनिवार को स्थापना दिवस पर शनिवार को सक्सेना को विधिवत सदस्यता दिलाई जाएगी।
कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना का जाना कांग्रेस के लिए झटका है। बुधवार रात दोनों में 30 मिनट वार्ता भी हुई पर वे नहीं माने। सक्सेना नकुल के रवैये से नाराज थे।
चुनावी साल में भाजपा पार्टी का स्थापना दिवस खास अंदाज में मनाना चाहती है। बूथ स्तर पर लाभार्थियों से संपर्क कर मोदी सरकार की उबलब्धियों पर चर्चा करेगी। मंडल से लेकर प्रदेश स्तर तक कार्यक्रम होंगे। प्रदेश में एक लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा में लाने का लक्ष्य रखा है।