जानसठ। क्षेत्र में तीन अक्टूबर से नवरात्रि वृत प्रारम्भ होंने के उपरांत आज श्रद्धालुओं द्वारा 11 अक्टूबर को अष्टमी व नवमी तिथि एक दिन पड़ी श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन व दक्षिणा देकर वृत खोलें। शुक्रवार को अष्ठमी व महानवमी पर श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन कराकर वृत खोले, इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के साथ-साथ कन्या पूजन भी किया गया। मान्यता है कि कन्या जिमाने से जीवन में भय ,विघ्न और शत्रुओं का नाश होता है, और समाज में भी नारी शक्ति को सम्मान मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कन्याओं में मां दुर्गा का वास होता है। उनको भोजन कराने से मां देवी प्रसन्न होती हैं। वैसे तो कभी भी कन्याओं को जिमाया जा सकता है, पंचांग के अनुसार इस साल 11 अक्तूबर को अष्टमी और नवमी एक ही दिन मनाई गई। श्रद्धालुओं ने 11 अक्तूबर को मां महागौरी और देवी सिद्धिदात्री की पूजा कर कन्याओ को श्रद्धा पूर्वक भोजन करने व दक्षिणा देकर वृत खोलें ।