उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव दुष्कर्म मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब गिरफ्तार नवाब सिंह यादव के पूर्व ब्लाक प्रमुख भाई को फरार घोषित कर दिया है। जिस पर 25 हजार का इनाम रखा गया है। दुष्कर्म पीड़िता की बुआ से मिली जानकारी के बाद गिरफ्तार पूर्व ब्लाक प्रमुख के छोटे भाई को भी आरोपी बनाया गया है। जिस पर पहले से ही 14 आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस की सात टीमें गिरफ्तारी के लिए लगाई गई है। मामला कन्नौज कोतवाली क्षेत्र का है।
घटना 11 और 12 अगस्त के रात की है। पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह ने तिर्वा कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला को फोन करके अपने कॉलेज में बुलाया था। महिला के साथ उस समय उसकी भतीजी भी थी। कॉलेज से ही भतीजी ने 112 पर फोन कर दुष्कर्म होने की घटना की जानकारी दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच नवाब सिंह को आपत्तिजनक स्थितियों में पाया। मौके पर पीड़िता की बुआ भी बैठी थी। पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया। बुआ जांच में सहयोग कर रही थी। इसलिए उसे गिरफ्तार नहीं किया गया।
लेकिन मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव के छोटे भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख नीलू यादव के लालच देने पर पुलिस से असहयोग करने लगी और पीड़िता को भी ऐसा करने के लिए कहा। इस दौरान महिला के नजदीकी के खाते में 4 लाख रुपए भेजे जाने की जानकारी हुई। इधर मौका पाकर बुआ मौके से फरार हो गई। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद 20 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस की पूछताछ के दौरान बुआ ने नीलू यादव का नाम लिया था। इसके बाद पुलिस नीलू यादव की तलाश में लग गई। फरार चल रहे नीलू यादव की गिरफ्तारी के लिए सात टीमें लगी हैं। जिस पर अब 25 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया है। नीलू यादव के ऊपर साक्ष्य मिटाने और जांच को प्रभावित करने का आरोप लगा है।