लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) के आयोजन को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। परीक्षा का आयोजन 28 और 29 अक्टूबर को होगा। इसके लिए जिले स्तर पर भी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। राजधानी में 49 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार की ओर से बुधवार को केंद्रों पर तैयारियों की समीक्षा भी की गई। इस दौरान सभी केंद्र व्यस्थापकों को निर्देश दिए गये हैं कि केंद्रों पर मानकों के अनुसार सुविधाओं को दुरुस्त रखा जाये, ताकि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न होने पाये। केंद्रों के गेट पर अभ्यर्थियों की सख्त चेकिंग की व्यवस्था भी की गई है।
डीआईओएस ने बताया कि प्रत्येक केंद्र पर सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा होगी, जिसको देखते हुए कैमरे दुरुस्त रखने के लिए कहा गया है। यदि कहीं पर कैमरा खराब पाया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी केंद्र की होगी। इसके अलावा परीक्षा में यूपी एसटीएफ की भी निगरानी रहेगी। दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से निर्देश जारी किए गये हैं कि केंद्र के आस-पास कोई फोटो कॉपी की दुकान नहीं खुलेगी। कोई संदिग्ध दिखता है तो तत्काल कार्रवाई की जायेगी। जिन थाना क्षेत्रों में केंद्र पड़ेंगे वहां की स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा के दौरान करीब एक लाख अभ्यर्थियों की मौजूदगी होगी। परीक्षा का आयोजन चार पालियों में होगा। गेट पर यदि किसी अभ्यर्थी के पास’ कोई भी पर्ची या नकल सामग्री पकड़ी जाती है तो उसे परीक्षा से वंचित करते हुए कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
परीक्षा का आयोजन लखनऊ के साथ-साथ कुल 35 जनपदों में होना है। जिसमें 22 लाख के करीब परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा के लिए 1058 केंद्र बनाये गये हैं। जिला माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।