माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ अहमद को आज फिर एनकाउंटर का डर सता रहा है। पेशी के लिए आज उसे बरेली से प्रयागराज लाया जाना है। इससे पहले ही उसकी बहन आयशा नूरी, पत्नी जैनब और उसकी बहन रूबी वकीलों के साथ बरेली पहुंच गई। आयशा नूरी और जैनब ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक और अशरफ को निर्दोष बताया। आरोप लगाया कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने अशरफ की हत्या की आशंका जताई।
बता दें कि तीन दिन पहले भी जब उमेश पाल अपहरण कांड का फैसला सुनने के लिए अशरफ को बरेली से प्रयागराज लाया गया था तो उसकी बहन और पत्नी बरेली से प्रयागराज तक काफिले के साथ-साथ गई थीं। इस बार भी उन्होंने अपने बरेली आने के पीछे इसी डर को वजह बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उन्हें पूरा भरोसा है। दोनों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
अशरफ की बहन आयशा ने कहा कि पिछले दिनों जिस अरबाज का एनकाउंटर हुआ, वह हमारा ड्राइवर था और बच्चों को स्कूल लेकर जाता था। मगर उसे फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया।
अशरफ बहन और पत्नी ने कहा कि उन लोगों का उत्पीड़न किया रहा है। फर्जी मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। उनके परिवार के बच्चे पेपर नहीं दे पाए हैं। महिलाओं के साथ पुलिस ने अभद्रता और मारपीट की। दरवाजा तोड़कर पुलिस घर में घुसी। चार दिन तक महिलाओं को अवैध हिरासत में रखा गया।
माफिया को मिट्टी में मिला देने योगी आदित्यनाथ के बयान पर अशरफ के परिवार की महिलाओं ने कहा कि हमारा तो सब पहले ही मिट्टी में मिल चुका है। सांसद (अतीक) और विधायक (अशरफ) की कमर टूट चुकी है।