सुबह की नमाज से इसकी शुरुआत हो जाती है। ईदगाह में ईद की नमाज़ में हजारों की तादाद में प्रचण्ड धूप में मुस्लिमो ने ईदगाह में नमाज पढ़ी। इस दौरान जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेज़ाम किये थे।
तमाम नमाज़ियों ने बाद नमाज़ एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। ईद की नमाज में हिंदुस्तान की अमनो शांति की दुआ मांगी गई।
ईदगाह में नमाज अदा कर आने वाले मुफ्ती सलाउद्दीन साहब ने कहा कि आज पूरी खुशियों के साथ ईद मनाई जा रही है। इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक रमजान के दौरान पाक मन से रोजे रखने वालों और नमाज अदा करने वालों के अल्लाह सारे गुनाह माफ कर देता है।
इस्लामिक मान्यता के मुताबिक, रमजान महीने के अंत में ही पहली बार कुरान आई थी. मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ। माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में उन्होंने सबका मुंह मीठा करवाया गया था. इसी दिन को मीठी ईदी या ईद-उल-फितर के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन मीठे पकवान जैसे कि सेंवई, मिठाई जैसे पकवान बनते हैं. मीठी सेंवई घर आए मेहमानों को खिलाई जाती है. दोस्तों और रिश्तेदारों में ईदी बांटी जाती है. लोग एक-दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं. ईद उल फितर को दान का पर्व भी कहा जाता है। ईद की नमाज़ के बाद दोस्त रिश्तेदार एक दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद दे रहे है और अपने से छोटो को ईदी देकर खुशियां मनाई जा रही है। इस दौरान जिला प्रशासन सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार को सम्पन्न कराने के लिए जगह जगह मुस्तैद देखा गया।