समाजवादी पार्टी के विधायक इंद्रजीत सरोज के भारत के मंदिरों पर दिए गए बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने उनका बयान नहीं सुना है, मैंने रामजी लाल सुमन का बयान भी नहीं सुना है लेकिन मैं पार्टी में कहूंगा कि इतिहास से जुड़ा कोई सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि अगर इतिहास की चीजें हमें अच्छा रास्ता नहीं दिखा सकती हैं, अगर यह हमें सकारात्मक रास्ते पर नहीं ले जा सकती हैं, अगर यह हमें सकारात्मक दिशा नहीं दे सकती हैं, तो इतिहास को इतिहास ही रहने देना चाहिए। इतिहास पर चर्चा नहीं होनी चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों ने इतनी प्रगतिशील चीजें की हैं, इतनी प्रगतिशील बातें कही हैं। समाजवादी पार्टी के विधायक इंद्रजीत सरोज ने अपने उस बयान का बचाव किया जिसमें उन्होंने मुहम्मद गौरी जैसे ऐतिहासिक आक्रमणों के दौरान भारतीय देवी-देवताओं की भूमिका पर सवाल उठाया था। एएनआई से बात करते हुए सरोज ने कहा कि देश के देवी-देवताओं को आक्रमणकारियों को श्राप देकर राख में बदल देना चाहिए था। समाजवादी पार्टी के विधायक ने कहा कि हमारे देवी-देवता इतने शक्तिशाली नहीं थे। 712 ई. में मुहम्मद बिन कासिम अरब से इस देश में आया और देश को लूटा। मुहम्मद गौरी इस देश को लूटने आया था। तो इस देश के देवी-देवताओं ने क्या किया?
इंद्रजीत सरोज ने आगे कहा कि देवी-देवताओं को मुसलमानों को श्राप देना चाहिए था। वे राख हो जाते, मर जाते और अंधे हो जाते। इसका मतलब है कि कुछ कमी है और हमारे देवी-देवता इतने शक्तिशाली नहीं हैं। सरोज ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर भारत के मंदिरों में शक्ति होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी जैसे आक्रमणकारी देश में नहीं आते।
इसी बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने एक और बयान देकर सियासत तेज कर दी है। आंबेडकर जयंती के मौके पर उन्होंने आगरा में स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि गड़े मुर्दे उखाड़ने की जरुरत नहीं है। तुम्हारा कहना है कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर है। हमें यह कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीते बौद्ध मठ है। वो ये बयान देकर ही नहीं रुके। बल्कि उन्होंने कहा कि अगर तुम कहोगे कि मुसलमान में बाबर का डीएनए है तो तुम में किसका डीएनए है। ये भी बता दो। सुमन ने करणी सेना पर भी हमला बोला है।