ऑपरेशन अजय के तहत शनिवार की सुबह इजरायल से 235 भारतीय नागरीकों को लेकर विशेष विमान दिल्ली पहुंच गया। एयरपोर्ट पर विदेश राज्यमंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह ने यात्रियों की अगुवाई की।
इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध की वजह से भारत वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए चिंतित है। इजरायल से भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया है। भारतीय नागरिकों के दूसरे बैच में दो नवजात समेत 235 नागरिक शामिल रहे। इन्हें शुक्रवार (13 अक्टूबर) को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। स्थानीय समय के मुताबिक, रात 11 बजे इजरायल से विमान ने उड़ान भरी। इससे एक दिन पहले ही 212 भारतीयों को विशेष विमान के जरिए भारत लाया गया था। भारत ने गुरुवार को ऑपरेशन अजय का ऐलान किया। इसका मकसद इजरायल में रहने वाले भारतीयों की सकुशल वापसी है। इस ऑपरेशन के जरिए सिर्फ उन्हीं लोगों को इजरायल से लाया जा रहा है, जो वहां से आने को इच्छुक हैं।
इजरायल में मौजूद भारतीय दूतावास ने बताया है कि शनिवार (14 अक्टूबर) को भी भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया जारी रहने वाली है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘दूतावास ने आज विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों के अगले बैच को ईमेल कर दिया गया है। बाद की उड़ानों के लिए अन्य रजिस्टर्ड लोगों को संदेश भेजा जाएगा। यात्रियों का चयन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जा रहा है। इसके लिए यात्रियों को दूतावास के डाटाबेस में अपनी जानकारी फीड करवानी होती ह
इजरायल में रहने वाले भारतीयों की तादाद लगभग 18000 है। इनमें से ज्यादातर छात्र, आईटी प्रोफेशनल्स और हीरा व्यापारी शामिल हैं। यहां बता दें कि भारत लौट रहे लोगों को वापस लाने का खर्चा खुद सरकार उठा रही है। भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी की जरूरत इसलिए पड़ी है, क्योंकि हमास ने गाजा पट्टी की तरफ से इजरायल पर हमला बोल दिया है। इजरायल के ऊपर न सिर्फ मिसाइलों से हमला किया गया, बल्कि जमीनी घुसपैठ भी की गई। इजरायल और हमास के बीच पिछले एक हफ्ते से युद्ध चल रहा है।