लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को जमानत मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने उन्हें जमानत दी है। संजय सिंह दिल्ली शराब नीति से संबंधित घोटाला केस में 6 महीने से जेल में थे। कोर्ट के फैसले के अनुसार, संजय सिंह राजनीतिक गतिविधियों में भी हिस्सा ले सकेंगे। इसके बाद से ही यूपी की सियासत गरमाई है।
मिली जानकारी के अनुसार संजय सिंह सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। ऐसे में बीजेपी सांसद मेनका गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि, सपा ने भीम निषाद को चुनावी मैदान में उतारा है। ये सीट इंडिया गठबंधन के तहत सपा के खाते में हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी भी ‘इंडिया गठबंधन’ का हिस्सा है।
समाजवादी पार्टी आए दिनों अपने लोकसभा उम्मीदवारों के टिकट बदल रही है। इससे हर रोज सियासी समीकरण भी बदल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक संजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद सपा ये सीट इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी को देने पर विचार कर रही है। ऐसे में अगर ये सीट आप के खाते में जाती है तो संजय सिंह चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं। अगर संजय सिंह सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं तो मेनका गांधी को जीत दर्ज करने में मुश्किलें हो सकती हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी को बसपा प्रत्याशी चंद्रभद्र सिंह सोनू से कड़ी टक्कर मिली थी। मेनका गांधी ने इस चुनाव में 14, 526 वोटों से जीत दर्ज की थी। मेनका संजय गांधी को कुल 4,59,196 (45.88%) वोट मिले थे। वहीं, गठबंधन में बसपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू को 4,44,670 वोट (44.43%) मिले थे। कांग्रेस के डॉ0 संजय सिंह को कुल 41,681 (4.16%) वोट मिले थे।
बता दें कि संजय सिंह का गृहजनपद सुल्तानपुर है। संजय सिंह के गिरफ्तारी से उनके जनपदवासियों में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी थी। अब संजय सिंह जेल से बाहर आ रहे हैं। अगर वह मेनका गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरते हैं तो दोनों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।