उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में इन दिनों एक खूंखार आदमखोर सियार ने आतंक मचा रखा है। यह आदमखोर ना तो जानवरों को छोड़ रहा है और न ही इंसानों को बख्स रहा है। इस खूंखार आदमखोर ने पहले जंगल सटे गांवों में दहशत मचाई, और अब यही आदमखोर रिहायशी इलाकों में मौत बनकर घूम रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 2 दिनों में बुंदेलखंड के महोबा में अब तक आदमखोर सियार एक बच्चे समेत 6 लोगों पर हमला कर चुका है। यह आदमखोर ना सिर्फ जंगल में लोगों पर अटैक कर रहा है बल्कि घर के अंदर घुसकर भी हमला कर रहा है। कुलपहाड़ तहसील के अंतर्गत अलग-अलग गांव जैतपुर और खिरियाकलां में सियार के हमले से एक किशोर सहित 6 लोग घायल हुए हैं। बीते दिन जैतपुर कस्बे के मोहल्ला घुसियाना निवासी 63 वर्षीय मूलचंद अपने साथी केशरदास के साथ खेत में मवेशी चराने गया था। जहां अचानक जंगली जानवर सियार ने दोनों पर हमला कर दिया। दोनों चरवाहों ने लाठी से बचाव का प्रयास किया लेकिन उसने दोनों ही चरवाहों को काटकर घायल कर दिया।
बताया जा रहा है कि खिरियाकलां गांव में भी आदमखोर सियारों का झुंड घर में घुसकर ग्रामीणों पर हमला कर कर रहे हैं। बीते दिन गांव में रहने वाले छत्रपाल यादव के घर में आदमखोर सियार घुस गया और उसकी पत्नी पर हमला कर दिया। मां की चीख पुकार सुन 16 साल का रिसेंद्र कमरे में आया तो आदमखोर सियार ने उस पर हमला कर दिया। इसके अलावा दूसरी तरफ गांव में रहने वाली वृद्ध महिला लड़कुंवर के घर में अचानक सियार घुसा आया और उसकी मुर्गी पर झपट्टा मार दिया, जिसे बचाने का वृद्ध महिला ने प्रयास किया तो जंगली जानवर ने उसे ही जख्मी कर दिया।
अब जंगली जानवरों के गांव में घुसने से ग्रामीणों में भय है। ग्रामीण इस कदर डरे हुए हैं कि गांव में लाठी डंडे लेकर पहरा देने मजबूर है। सभी ग्रामीण हाथों में लाठी डंडे लेकर टोर्च की रोशनी में गांव में पहरा दे रहे हैं। डर के कारण ग्रामीणों ने अपने बच्चों को घरों में कैद कर दिया है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है की सूचना देने के बावजूद भी वन विभाग की टीम ने गांव में कोई निरीक्षण नहीं किया और ना ही सुरक्षा को लेकर कोई उपाय किए जा रहे हैं।