होली का पर्व केवल रंगों का त्योहार नहीं है बल्कि इस दिन बहुत सारे शुभ संयोग बनते हैं। जिनका लाभ उठाकर अपनी बहुत सारी अधूरी इच्छाओं को अंजाम दिया जा सकता है। इस रोज़ किए गए प्रयोग, जाप, सिद्धियां, उपाय अन्य दिनों की अपेक्षा कई हज़ार गुना फल देते हैं। अगर आप के घर में गृह कलेश, अपने साथी के साथ अनबन, आर्थिक तंगी, व्यापार में घाटा, शत्रुओं से भय, इत्यादि कोई भी समस्या चल रही है तो इन सभी कष्टों से मुक्ति के लिए होली का दिन सर्वोतम है। शास्त्रों के अनुसार होली का दिन और रात स्वयं सिद्ध होते हैं।
रात्रि के समय किसी अनार अथवा चंदन के वृक्ष के ऊपर अपने साथी की लंबाई जितना धागा साथ में उनका कोई उतारा वस्त्र भगवान विष्णु के मोहिनी रूप का ध्यान करते हुए बांध दें। फिर वहां मिठाई और पान का पत्ता रख कर अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु प्रार्थना करें। भगवान विष्णु ज़रूर आपके साथी के साथ आपके प्रेम को और बढ़ाएंगे।
गरीबी दूर करने के लिए आज के दिन राधा रानी के मन्दिर में बांसुरी और बंद कमल का फूल चढ़ाएं। ऐसा करने से घर में धन वर्षा होने से संसार की कोई ताकत नहीं रोक पाएगी।
शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए आज से अच्छा दिन नहीं है। मदिरा, लाल गुलाल, लाल पुष्प, और पांव में पहनने वाले घुंघरू काल भैरव को अर्पित करते हुऐ उनके ऊपर के वस्त्रों का छोटा सा टुकड़ा प्रसाद के रूप में ले आएं। इसे अपने रक्षा कवच की तरह रखें।
आज के दिन अपने घर की उत्तर दिशा में गाय के गोबर से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पिंडी बना कर उस पर कुमकुम, अक्षत, रोली, वस्त्र, नैवेद्य अर्पण कर पूजा करें। फिर अगले दिन किसी ब्राह्मण को भोजन करवाकर पिंडियां नदी में विसर्जित कर दें। इससे घर में संपन्नता ओर पितृ शान्ति बनी रहेगी।