चंद्रयान-3 आज दोपहर चांद के लिए अपने सफर पर रवाना होगा। अगर मिशन में सब कुछ ठीक-ठाक रहता है तो 23 अगस्त को रोवर के साथ लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा। लैंडर के टचडाऊन करने के थोड़ी देर बाद उसका रैंप खुलेगा, जिससे रोवर उतरकर नीचे सतह पर आएगा। लैंडर-रोवर दोनों भारतीय तिरंगे के साथ अपनी पहली सैल्फी इसरो को भेजेंगे।
चंद्रयान-3 के तीन लक्ष्य
1. चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग करने की क्षमता का प्रदर्शन
2. चांद पर चलने में सक्षम रोवर बनाने की क्षमता का प्रदर्शन
3. यथास्थान वैज्ञानिक परीक्षण करने की क्षमता का प्रदर्शन
चंद्रयान-3 का कुल बजट 615 करोड़ रुपए है। इस तरह हिंदी की बड़े बजट की विवादित फिल्म आदि पुरष से भी कम खर्च में तैयार हुआ है। आदिपुरुष फिल्म का बजट 700 करोड़ रुपए था।
- 615 करोड़ रुपए- चंद्रयान 3 का बजट
- 700 करोड़ रुपए- आदिपुरुष का बजट
लैंडर की टांगें: इनकी संख्या चार है और यह इतनी मजबूत हैं कि अधिक गति पर भी सुरक्षित लैंडिंग में सक्षम है। ये टांगें 3 मीटर प्रति सैकेंड की गति तक सुरक्षित लैंड करने में सक्षम हैं। जबकि चंद्रयान-2 की टांगों की क्षमता 2 मीटर प्रति सैकेंड की गति तक लैंडिंग की थी।