समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा पहुंचकर सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन से मुलाकात की। अखिलेश यादव आगरा ऐसे समया में पहुंचे थे जब रामजीलाल सुमन के एक बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी बाबा साहब अंबेडकर के संविधान और उसके तहत हमें जो अधिकार मिले हैं, उन पर चलकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि तलवार लहराने वालों और गाली-गलौज करने वालों पर कार्रवाई होगी। हम भाजपा के विपरीत कानून के अनुयायी हैं।
अखिलेश ने कहा कि सरकार पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को डराना चाहती है, क्योंकि वो जानती है कि पीडीए की ताकत सपा के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि आज सामंतवादी और प्रभुत्वादी को पता है कि उनकी सरकार है। मुझे गोली मारने की धमकी मिल रही है कि जैसे फूलन देवी को मारा वैसे तुम्हें मारेंगे, आखिरकार कौन हैं इनके पीछे? उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार में कहा जाता था यूपी पुलिस में बस यादव है, ऐसी कई फर्जी खबरें चलाई जाती है। आज जो आंकड़े हैं वह खबर कहीं नहीं चल रही, आगरा में 48 थाने हैं बताओ पीडीए कितने हैं? मैनपुरी में 15 थाने हैं, उनमें 10 में सरकार के स्वजातीय लोग हैं, महोबा में 11 थाने हैं, 6 में सिंह साहब लोग हैं।
अखिलेश ने कहा कि मनमानी का दौर अब नहीं चलेगा क्योंकि अब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी का संविधान है, संविधान ही सर्वोपरि रहेगा, पहले भी था और आगे भी रहेगा। रामजीलाल सुमन ने हाल ही में करणी सेना के विरोध और धमकियों के मद्देनजर अपने और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। सुमन ने अपने बेटे और पूर्व विधायक रणवीर सुमन के साथ एक याचिका दायर की है जिसमें 26 मार्च को आगरा में उनके आवास पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गयी है। यह हमला राणा सांगा पर उनकी टिप्पणी के बाद हुआ था। उन्होंने कथित तौर पर राजपूत राजा राणा सांगा को गद्दार कहा था।