यूपी के गोरखपुर में लोकसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन एक ऐसा अजीबोगरीब प्रत्याशी नामांकन के लिए पहुंचा जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा के नाम से मशहूर है, जो कि गोरखपुर लोकसभा सदर से मंगलवार को निर्दल प्रत्याशी के रूप में अर्थी पर बैठकर नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंच गया। वहीं अर्थी पर ही मीडिया से बात करते हुए राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा ने कहा कि मैं लोकतंत्र का जनाजा लेकर नामांकन के लिए आया हूँं। यह अर्थी नही है, बल्कि भ्रष्ट व्यवस्था की अर्थी है।
उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद जब नेता सदन में जाते है, तब सदन भी मर जाता है। मरा हुआ जगह श्मशान होता है तो पूरे सदन को इन लोगों ने शमसान बना दिया है, क्योंकि कोई भी नेता गरीबों के पक्ष में या आम जनता के पक्ष में आवाज नहीं उठाता है। यह भ्रष्ट सांसदों का जनाजा है। उन्होंने कहा कि जो भी सांसद चुनकर सत्ता में जा रहा है। वह अपने पैसा कमाने जा रहा है, यह लोग जनता के लिए नही जा रहे है। इस समय बेरोजगारी चरम सीमा पर है।
आगे कहा कि किसी भी गरीब का बच्चा बिना पैसा दिए पढ़ नही सकता है। इसके अलावा बिना पैसा दिए इलाज नही करा सकता है। इस समय मोबाइल में इनकमिंग बन्द हो गयी है। देश मे त्राहि -त्राहि मची हुई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के बड़े-बड़े नेता जो कि मोदी को हराने आए है वह खुद हार जाएंगे। क्योंकि इन लोगों ने बुद्ध की शरण नहीं ली, क्योंकि बिना बुद्ध के शरण में गए मोदी को हराना मुश्किल है। जब यह लोग बुद्ध को जानेंगे तब शिक्षा का प्रचार प्रसार करेंगे। उंन्होने कहा कि जनता पढ़े लिखे को चुनाव में चुने।