आपको बता दें कि रविवार व सोमवार को दो दिन अयोध्या में मंदिर निर्माण समिति की एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में श्रीराम के मंदिर में विराजमान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख पर विस्तार से चर्चा की गई। इस चर्चा में तय हुआ कि 15 से 24 जनवरी 2024 के बीच का कोई भी एक मुहूर्त निकाल कर प्राण प्रतिष्ठा की जा एक तारीख तय की जाएगी।
मंदिर समिति की बैठक में मंदिर निर्माण की गति पर संतोष व्यक्त किया गया तथा बताया गया कि अक्टूबर 2023 तक मंदिर का अधिकतर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अक्टूबर के बाद पूरे कार्य को फिनिशिंग टच दिया जाएगा। साथ ही जनवरी 2024 में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को भव्य रुप प्रदान करने के लिए उसकी समुचित तैयारी की जाएगी। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में दुनियाभर से बड़ी संख्या में भक्त सकते हैं। उसकी हिसाब से आगे की तैयारी की जाएगी।
इस बीच निर्माणाधीन मंदिर परिसर में विशेष अनुष्ठान भी शुरू कर दिया गया है। देशभर के अनेक विद्वान प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व अनुष्ठान शुरू कर चुके हैं। इन अनुष्ठानों में वेद की ऋचाओं की आहुति दी जा रही है। भगवान श्रीराम के मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को बेहद भव्य बनाने की योजना बनाने के लिए अनेक विशेषज्ञों से राय मशविरा भी किया जा रहा है।
इस बीच भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार भी मंदिर के निर्माण की प्रगति पर अपने अपने हिसाब से नजर बनाए हुए है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आने की सूचना मात्र से ही करोड़ों भक्तों में गजब का उत्साह है।