प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इसमें वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे के अधीन आने वाले बनारस और सिटी रेलवे स्टेशन और उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। वर्चुअली हुए इस आयोजन में प्रधानमंत्री ने अमृत भारत योजना के अंतर्गत इन तीनों स्टेशनों को निखारने का कदम आगे बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि ये तीनों रेलवे स्टेशन शहर की ब्रांडिंग करेंगे।
प्रधानमंत्री ने सुबह सवा 11 बजे तीनों स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी और कहा कि ‘आने वाले समय में ये स्टेशन शहर की ब्रांडिंग करेंगे। ये आधुनिक बनेगे और यहां विकास का माहौल होगा। इन स्टेशनों पर स्थानीय विरासत, कला और संस्कृति की झलक देखें को मिलेगी। इन स्टेशनों से लोकल उत्पाद को बेहतर बाजार दिया जा सकेगा और सभी वर्ग के लोगों को सहूलियत होगी।
प्रधानमंत्री ने रविवार को काशी स्टेशन के पुनर्विकास की भी आधारशिला रखी। 350 करोड़ की इस योजना में काशी को इंटर मॉडल स्टेशन बनाया जाएगा जो देश का पहला स्टेशन होगा। यहां प्लेटफॉर्म्स की संख्या बढ़ाने के साथ ही साथ गंगा पर डबल डेकर पुल, स्टेशन के पास बस स्टेशन, बाजार और बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार काशी को इंटर मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाना है। यहां रेल, सड़क और जल मार्ग का जुड़ाव होगा। इसका दूसरा गेट जीटी रोड से जोड़ा जाएगा, जिसके लिए किला कोहना की 4 एकड़ जमीन मुक्त कराई गई है साथ ही 13 एकड़ जमीन सर्व सेवा संघ की भी कब्जा मुक्त कराई गई है। यहां एक बंदरगाह भी विकसित किया जाएगा।
इसके अलावा वाराणसी सिटी स्टेशन जो की पूर्वोत्तर रेलवे के अधीन हैं यहां 60 करोड़ रुपए की लागत से यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। स्टेशन के मुख्य भवन को आकर्षक स्वरुप दिया जाएगा। इसके अलावा सर्कुलेटिंग एरिया, एप्रोच और पैलटफार्म नबर एक को भव्य स्वरूप देना है। इसके अलावा यहां पांच लिफ्ट, चार एस्केलेटर सहित 12 फुट चौड़ा ओवरब्रिज भी बनाया जाना है।
पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस स्टेशन का भी 53 करोड़ रुपए में कायाकल्प किया जाएगा। इसमें प्रथम प्रवेश द्वारा को आकर्षण बनाया जाएगा। इसके अलावा यहां लिफ्ट और एस्कलेटर आदि लगाए जाने का डीपीआर यात्री सुविधाओं के लिए बनाया जाएगा।