भारत जोड़ो यात्रा के बारे में अपने अनुभव को साझा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, जब हमने यात्रा शुरू तो सोचा देखेंगे कि क्या होता है? 5-6 दिन बाद हमें इस की गंभीरता का अहसास हो गया। हजारों किलोमीटर की यात्रा आसान नहीं है। मेरे घुटने की चोट से मुझे दिक्कत होने लगी। हम हर रोज 25 किमी की यात्रा कर रहे थे।
तीन हफ्ते बाद हमें थकान अहसास होना बंद हो गया।
हम अकेले नहीं पूरा भारत हमारे साथ था
राहुल गांधी ने कहा, यात्रा में हम अकेले नहीं पूरा भारत हमारे साथ है। जब लोगों का प्यार मिलता है तो थकान नहीं होती है। जब जुड़कर साथ चलते हैं, तो थकान नहीं होती है।
यात्रा को रोकने की कोशिश हुई पर वे असफल हुए
राहुल गांधी ने कहा, हमें एक विचार आया कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलें। यात्रा को रोकने की कोशिश की गई। बीजेपी ने पूरी कोशिश की कि भारत जोड़ो यात्रा रोकी जाए। पर वे असफल हुए।
राहुल गांधी की 10 दिनों की अमेरिका यात्रा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अमेरिका की 10 दिनों की यात्रा पर हैं। मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचे। वह तीन शहरों सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क में कार्यक्रमों में शरीक होंगे। सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर उनका स्वागत इंडियन ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने किया।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में देंगे स्पीच
सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी का दो दिन का कार्यक्रम है। वह प्रवासी भारतीयों, कारोबारियों, टेक एग्जीक्यूटिव्स एवं सिलिकॉन वैली के छात्रों के साथ बातचीत एवं परिचर्चा करेंगे। सिलिकॉन वैली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा करेंगे। 31 मई को कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में स्पीच देंगे। इसके बाद वह प्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे।
1 जून से वाशिंगटन डीसी में होंगे
राहुल गांधी 1 जून से वाशिंगटन डीसी में होंगे। यहां पर वह भारतीय लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आजादी, सतत एवं समावेशी आर्थिक विकास पर नेशनल प्रेस क्लब को संबोधित करेंगे। कानून निर्माताओं एवं थिंक टैंक संगठनों से मुलाकात करेंगे। कार्यक्रम अमेरिकी कांग्रेस, सीनेटर एवं शीर्ष कारोबारी हस्तियों, भारतीय अमेरिकी उद्यमी फ्रैंक इस्लाम की ओर से आयोजित रात्रिभोज में राहुल गांधी सम्मिलित होंगे।
तीन-चार जून में न्यूयॉर्क में रहेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी न्यूयॉर्क में तीन से चार जून तक रहेंगे। हारवर्ड यूनिवर्सिटी के हारवर्ड क्लब में विचारकों के साथ बैठकें करेंगे। यहां पर क्रिएटिव इंडस्ट्री में सफल भारतीय-अमेरिकी नागरिकों से मुलाकात करेंगे। न्यूयॉर्क के जैविट सेंटर में लोगों को भी संबोधित करेंगे।