जानी-मानी अभिनेत्री वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च पुरस्कार है।

भारत की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक मानी जाने वाली वहीदा रहमान ने ‘प्यासा’, ‘सीआईडी’, ‘गाइड’, ‘कागज के फूल’, ‘खामोशी’ और ‘त्रिशूल’ समेत कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया।

ठाकुर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक खाते के जरिए इस पुरस्कार के संबंध में घोषणा की। उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित ‘दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा रहा है।’’

रहमान (85) ने 1995 में तेलुगु फिल्मों ‘रोजुलु मारायी’ और ‘जयसिम्हा’ से अभिनय के क्षेत्र में पदार्पण किया। उन्होंने 1956 में ‘सीआईडी’ फिल्म के जरिए हिंदी सिनेमा में कदम रखा। इस फिल्म में देवानंद ने भी अभिनय किया था।

वहीदा रहमान ने पांच दशकों से अधिक के अपने करियर में विभिन्न भाषाओं में 90 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें ‘रेशमा और शेरा’ (1971) में उत्कृष्ट अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें पद्म श्री और पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।

ठाकुर ने सोशल मीडिया मंच के जरिए कहा कि जब संसद ने ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया है, तो ऐसे में रहमान को इस ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से नवाजा जाना और भी उपयुक्त है। उन्होंने रहमान को भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में शामिल ऐसी अभिनेत्री बताया, जिन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और समाज के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें बधाई देता हूं और उनके उस उत्कृष्ट कार्य के प्रति विनम्रतापूर्वक सम्मान व्यक्त करता हूं जो हमारे फिल्म इतिहास का एक अहम हिस्सा है।’’

रहमान ने 2021 में रिलीज हुई ‘स्केटर गर्ल’ फिल्म में आखिरी बार अभिनय किया था।

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