इंदौर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अब लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन शुरू किया है। मध्य प्रदेश की उन 82 विधानसभाओं में यह मिशन चलेगा जो कि अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जन जाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। इन आरक्षित विधानसभाओं में पिछड़ा, अल्पसंख्यक, एससी और एसटी के लोगों को चिन्हित कर कांग्रेस पार्टी से जोडऩे के लिए समन्वयक बनाए गए हैं। इनकी बैठक कल भोपाल में हुई और इन्हें काम करने का तरीका बताया गया। आरक्षित सीटों में इंदौर की सांवेर विधानसभा शामिल है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव इस वर्ष नवंबर महीने में होना है। इसकी तैयारी में कांग्रेस जुट गई है। संगठन स्तर पर जहां बूथ मैनेजमेंट को लेकर काम किया जा रहा है वहीं लगातार 2 से 7 बार हारते आ रही विधानसभा सीट पर फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश की एससी और एसटी के लिए आरक्षित 82 विधानसभाओं को लेकर लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन शुरू किया गया है। इसको लेकर कल एक बैठक भोपाल में रखी गई। इसमें अल्पसंख्यक, पिछड़ा, एससी व एसटी के राष्ट्रीय प्रभारी के आर राजू, प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ, प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव, एससी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन राजेश लिलोटिया, एसटी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन शिवाजी मोघे और विधायक सज्जन सिंह वर्मा आदि मौजूद थे। बैठक में इंदौर से अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष शेख अलीम, पांच विधानसभा के बनाए गए समन्वयक अमन बजाज और जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव शामिल हुए।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आरक्षित 82 विधानसभा में बनाए गए समन्वयकों को अपनी-अपनी विधानसभाओं में पहुंचकर पिछड़ा, अल्पसंख्यक, एससी और एसटी वर्ग से जुड़े अच्छे लोगों को चिन्हित कर कांग्रेस से जोडऩे और नई लीडरशिप तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही बूथ लेवल तक काम करने का समन्वयकों से कहा गया है। मिशन के तहत काम कैसे करना है। इसका तरीका भी बैठक में बताया गया। आरक्षित विधानसभा से जुड़े शहर और जिला अध्यक्षों को मिशन के तहत समन्वयकों का सहयोग करने का कहा गया है। इंदौर ग्रामीण की सांवेर विधानसभा के आरक्षित होने पर जिलाध्यक्ष यादव को जिम्मेदारी दी गई है।