पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि इंडिया ही भारत है तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश को केवल भारत ही कहना चाहिए। ‘प्रेजीडेंट ऑफ भारत’ (भारत के राष्ट्रपति) के नाम से G-20 के डिनर के निमंत्रण पत्र को लेकर उठे विवाद के संदर्भ में उन्होंने कहा कि दुनिया देश को इंडिया के नाम से जानती है। ममता ने यहां एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सुना है कि भारत का नाम बदला जा रहा है।
माननीय राष्ट्रपति के नाम से भेजे गए G-20 के निमंत्रण पत्र पर भारत लिखा हुआ है। हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं…कुछ भी नया नहीं है। दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है। अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गई?” उन्होंने कहा, ‘‘देश में इतिहास को फिर से लिखा जा रहा है।” ममता ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को रोक रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल के कृत्य राज्य प्रशासन को पंगु बनाने का प्रयास हैं। वह वित्त विधेयकों को नहीं रोक सकते। अगर जरूरत पड़ी तो मैं राज भवन के बाहर धरने पर बैठूंगी।” मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल पश्चिम बंगाल में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्यपाल विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप करना जारी रखते हैं तो हम निधि जारी करना रोक देंगे।