कूनो में चीतों की मौत से चिंतित मप्र सरकार ने कुछ निर्णय लिए हैं। इसमें चीता पवन व आशा ने कूनो (Kuno) से बाहर निकलकर श्योपुर-शिवपुरी के जिस सामान्य जंगल तक एरिया एक्प्लोर किया था, उस 125 किलोमीटर के जंगल को कूनो में शामिल किया जाएगा। चीतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अग्निवीर की तरह चीता प्रोटेक्शन फोर्स का गठन किया जा रहा है। कुल 60 पदों पर स्थानीय युवाओं की भर्ती होगी।
मप्र के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने चीता प्रोजेक्ट के तहत कूनो नेशनल पार्क का एरिया बढ़ाने को लेकर अहम निर्णय लिया है। इसमें चीतों को लिए पर्याप्त स्पेस उपलब्ध कराने के लिए कूनो नेशनल पार्क का दायरा 125 वर्ग किलोमीटर तक और बढ़ाया जाएगा। हालांकि इसे अभी नोटिफाई नहीं किया जाएगा। इस जंगल का प्रबंधन और प्रशासन कूनो नेशनल पार्क को सौंपा जाएगा। इसमें, श्योपुर के कराहल और शिवपुरी के पोहरी इलाके का जंगल शामिल किए जाएंगे।
कूनो नेशनल पार्क के अंदर चीतों की सुरक्षा व शिकारियों की धरपकड़ के लिए अग्निवीर योजना की तर्ज पर वन विभाग के अधीन 60 सदस्यीय चीता प्रोटेक्शन फोर्स बनाई जाएगी। मप्र पुलिस की एसएएफ से इन्हें 3 माह की स्पेशल ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इस फोर्स में श्योपुर जिले के 10वीं तक पढ़े 18 से 21 साल के युवाओं को भर्ती किया जाएगा। इसको लेकर भर्ती नियम व गाइड लाइन तय कर ली गई है। सीएम शिवराज की अध्यक्षता में बीते दिनों आयोजित बैठक में यह निर्णय लिए जा चुके हैं। आगामी कैबिनेट की बैठक में यह प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखे जाएंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कूनो में फॉरेस्ट गार्ड और वन पाल के खाली पड़े 18 पदों को तत्काल भरने के निर्देश दिए। बैठक वाले दिन ही शाम होने तक 20 फॉरेस्ट गाडों के ट्रांसफर कूनो नेशनल पार्क में कर दिए गए हैं।